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26 May 2021 · 1 min read

पर्यावरण संरक्षण

कभी बाढ़ सूखा कभी, प्रकृति हुई बीमार
अभी समय स्वीकार कर, मानव जिम्मेदार
मानव जिम्मेदार, स्वार्थ औ अहम है आया
पर्वत जंगल काट, ह तूने महल बनाया
कह पाठक कविराय, समझ लो अभी ये सभी
पर्यावरण बचाव, आपदा आए नहीं कभी

1 Like · 435 Views
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