परेशान मज़दूर
पहले मज़दूर थे
अब मजबूर हैं हम!
पहले ज़ख्म थे
अब नासूर हैं हम!!
हुक़्मरानों ने जिन्हें
रौंद डाला बुटों तले!
अवाम के वही ख़्वाब
चकनाचूर हैं हम!!
#मजदूर_दिवस #LaboursDay #राजनीति
#कार्लमार्क्स #मेहनत #श्रमिक #लोक_कवि
पहले मज़दूर थे
अब मजबूर हैं हम!
पहले ज़ख्म थे
अब नासूर हैं हम!!
हुक़्मरानों ने जिन्हें
रौंद डाला बुटों तले!
अवाम के वही ख़्वाब
चकनाचूर हैं हम!!
#मजदूर_दिवस #LaboursDay #राजनीति
#कार्लमार्क्स #मेहनत #श्रमिक #लोक_कवि