परी सी
हो तुम परी सी,
सोलह आना खरी सी।
हो सबकी प्यारी तुम,
हो जबकि न्यारी तुम,
थोड़ी खाली , थोड़ी भरी सी,
हो तुम परी सी।
सोलह आना खरी सी।
होने से तेरे , घर मे रौनक रहे।
होने से तेरे , सफर भी रौचक रहे ।
न रहो तुम सहमी सहमी डरी सी।
हो तुम परी सी,
सोलह आना खरी सी।
हैं तुझसे बहारे हरियाली,
हैं तुझसे होली दीवाली,
हो तुम कुछ ऐसी हरी सी।
हो तुम परी सी,
सोलह आना खरी सी।
तुम उम्मीद हो ,
तुम ईद हो,
होने से तेरे, गम रहें मरी सी।
हो तुम परी सी।
सोलह आना खरी सी।
✍️ देवेंद्र