परिस्थिति कैसी भी हो!
मनुष्य को अगर आनंदित रहना है, तो वह शिकायत करना बंद कर दे। क्योंकि शिकायत विपनंता लाती है, और कृतज्ञता संपन्नता लाती है। हमेशा प्रसन्न चित्त रहोगे तो,आप जीवन में शांति ही शांति आयेगी। क्योंकि आकर्षण का सिद्धांत भी यह कहता है कि,समान, समान को आकर्षित करता है।जब हमारे पास आनंद की मात्रा ज्यादा होगी,तब हमें और अधिक आंनद की प्राप्ति होगी।हम फिर जैसा सोचोगे वैसा ् ही होने लगेगा। यही एक जादुई शक्ति काम करने लगती है।जो चीज अंसम्भव सी लगती है,वह संभव हो जाती है।यह है, कृतज्ञता की शक्ति, हमें हर परिस्थिति में कृतज्ञ होना चाहिए।