Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2018 · 1 min read

परिस्थितियाँ

कली के भीतर बंद था,
भ्रमर मन ही मन कंत था,
न उपाय सूझा न स्थिति बूझा,
बस फड़फड़ाता तंग था ।
सीमा स्वछंद न होकर के उसकी,
घुट रहा था पंखुड़ियों के मध्य में वह,
चाहता उत्तुंग नभ में उड़ सके,
और कर सके पराग से वह कंठ को तर ।।
क्लान्त स्वर में चीखता था वेदना से
सुन रहा वह आप ही निस्तब्ध होकर
व्यथा के बाजुओं में बंधकर के उलझा
निस्तेज हो रहा है फिर से हार-थककर ।
आश की किरनें सब अस्त हो रही हैं,
विश्वास का संकल्प पस्त हो रहा है
द्वन्द के रणक्षेत्र में घबराये मन से चींखकर
कर रहा पुकार है कुछ दया कर हे ईश्वर !

(पूर्णतया स्वरचित, स्वप्रमाणित एवं अप्रकाशित)
आनन्द बल्लभ (अल्मोड़ा, उत्तराखंड)

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 642 Views

You may also like these posts

मिटेगी नहीं
मिटेगी नहीं
surenderpal vaidya
If We Are Out Of Any Connecting Language.
If We Are Out Of Any Connecting Language.
Manisha Manjari
* बाल विवाह मुक्त भारत *
* बाल विवाह मुक्त भारत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
- आम मंजरी
- आम मंजरी
Madhu Shah
कर्मवीर भारत...
कर्मवीर भारत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
एक तूही दयावान
एक तूही दयावान
Basant Bhagawan Roy
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
Ravi Prakash
माना कि हम सही तुम सही,
माना कि हम सही तुम सही,
श्याम सांवरा
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
Udaya Narayan Singh
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
RAMESH SHARMA
भारतीय समाज
भारतीय समाज
Sanjay ' शून्य'
हालात
हालात
Phool gufran
" शिक्षक "
Dr. Kishan tandon kranti
4721.*पूर्णिका*
4721.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये आसमा में जितने तारे हैं
ये आसमा में जितने तारे हैं
डॉ. दीपक बवेजा
नन्हा बालक
नन्हा बालक
Ruchi Sharma
10वीं के बाद।।
10वीं के बाद।।
Utsaw Sagar Modi
अजब तेरी दुनिया
अजब तेरी दुनिया
Mukund Patil
"पर्व विजयादशमी का"
राकेश चौरसिया
ख़ुद को हमारी नज़रों में तलाशते हैं,
ख़ुद को हमारी नज़रों में तलाशते हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
मृतशेष
मृतशेष
AJAY AMITABH SUMAN
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
आसान होते संवाद मेरे,
आसान होते संवाद मेरे,
Swara Kumari arya
गज़ल क्या लिखूँ मैं तराना नहीं है
गज़ल क्या लिखूँ मैं तराना नहीं है
VINOD CHAUHAN
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
बाल दिवस स्पेशल... भज गोविंदम भज गोपालम्
पंकज परिंदा
खालीपन
खालीपन
MEENU SHARMA
😑😭👋😥😬 इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं, बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो। 😑😭👋😥😬
😑😭👋😥😬 इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं, बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो। 😑😭👋😥😬
Sageer AHAMAD
Loading...