परिवार
जहाँ अनंत खुशियाँ मिले,
बड़ो का सदा आशीष मिले,
छोटो को सबसे दुलार मिले,
सुख शांति का आनंद मिले,
हर दिवस बने तीज त्यौहार,
हर रात जले दीपो का हार,
बुराईयां न आये कभी घर,
जहाँ अतिथि रहे देव बनकर,
जहाँ लगे नित नित हास्य का मेला,
सुबह शाम संग हो अपनो की बेला,
यही परिवार हैं,जिसमे समाया सातो वार हैं,
उस पर ही हमारा सब न्योच्छावर हैं,
।।।।जेपीएल।।।