Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

परिचय —- नाम- अरुण कुमार मिश्र

परिचय
—-
नाम- अरुण कुमार मिश्र
पिताक नाम- श्री लक्ष्मीकान्त मिश्र
पितामह- स्व० जुगेश्वर मिश्र
ग्राम (जन्म स्थान)- भेटुआ (पुपरी, सीतामढ़ी जिला)

सन्तान: एक पुत्री एवं एक पुत्र (अध्ययनरत)।

शिक्षा- बी० काम०(प्रतिष्ठा) एवं एल० एल० बी०

प्रशिक्षित – मिथिलाक्षर एवं कैथी लिपि

कार्य- कर एवं वित्त सलाहकार, दिल्ली

सम्प्रति निवास- संत नगर, दिल्ली

विशेष रुचि : मैथिली एवं हिन्दी साहित्य का अध्ययन

सम्पादन : “मिथिलाक्षर ज्ञानमाला” पोथी

प्रकाशित: कविता, आलेख एवं कथा (विभिन्न स्मारिका, पत्र पत्रिका एवं समाचारपत्र)

Tag: Quotation
80 Views

You may also like these posts

2970.*पूर्णिका*
2970.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक दिन इतिहास लिखूंगा
एक दिन इतिहास लिखूंगा
जीवनदान चारण अबोध
इच्छाओं से दूर खारे पानी की तलहटी में समाना है मुझे।
इच्छाओं से दूर खारे पानी की तलहटी में समाना है मुझे।
Manisha Manjari
इतनी उम्मीदें
इतनी उम्मीदें
Dr fauzia Naseem shad
स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस
Dr Archana Gupta
प्रकृति के अपराधी
प्रकृति के अपराधी
Mandar Gangal
गीत ( भाव -प्रसून )
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
वटसावित्री
वटसावित्री
Rambali Mishra
कथा कहानी
कथा कहानी
surenderpal vaidya
*होता है अमर नहीं कोई, अमरत्व भला किसने पाया (राधेश्यामी छंद
*होता है अमर नहीं कोई, अमरत्व भला किसने पाया (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
छोड़ो मेरे हाल पे हमको
छोड़ो मेरे हाल पे हमको
Sanjay Narayan
भारत रत्न की आस
भारत रत्न की आस
Sudhir srivastava
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
उस स्त्री के प्रेम में मत पड़ना
Shubham Anand Manmeet
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
तुम्हारे इंतिज़ार में ........
sushil sarna
तुम्हीं  से  मेरी   जिंदगानी  रहेगी।
तुम्हीं से मेरी जिंदगानी रहेगी।
Rituraj shivem verma
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Shankar Dwivedi's Poems
Shankar Dwivedi's Poems
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
" रहनुमा "
Dr. Kishan tandon kranti
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
डॉ. दीपक बवेजा
👍👍
👍👍
*प्रणय*
"" *माँ की ममता* ""
सुनीलानंद महंत
पिंगल प्रसाद पाकर नवीन छंद सूत्रों की खोज मेरे जीवन की अमूल्
पिंगल प्रसाद पाकर नवीन छंद सूत्रों की खोज मेरे जीवन की अमूल्
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पता ही न चला
पता ही न चला
Juhi Grover
युवा है हम
युवा है हम
Pratibha Pandey
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#ਅੱਜ ਦੀ ਲੋੜ
#ਅੱਜ ਦੀ ਲੋੜ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
ज़िंदगी क्या है क्या नहीं पता क्या
ज़िंदगी क्या है क्या नहीं पता क्या
Kanchan Gupta
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
पूर्वार्थ
Loading...