पराई
सब कहते हैं ।मैं पराई हूं।
जिस देश से आई और जिस देश को गई मैं वहां पर आई हूं।
पूछे मुझसे मेरी बिटिया मां कौन देश है मेरा जहां मैं पराई नहीं।
देखती हूं उसकी आंखों में और पूछती हूं सवाल अपने आपसे कौन देश है जहां मैं पराई नहीं।
मेरे मन से भी जवाब सवाल बनकर आता है कौन देश है जहां मैं पराई नहीं हूं ।
जहां जन्म लिया वहां के लिए मैं पराया धन हूं ,पराए घर जाना है ,पराई अमानत हूं ।बस यही सुना।
जिस घर गई वहां के लिए मैं पर आए घर से आई है ,पराई है यह तेरा घर नहीं ,पराई जायी है। बस यही सुना।
पूछे मुझसे मेरी बिटिया मां कौन देश है जहां मैं पराई नहीं।
उठा गोद में प्यार से मां लगी बिटिया को समझाने।
बिटिया ना यह देश ना वह देश पराया दोनों ही हैं तेरे अपने।
इस देश का आसमान तेरा उस देश की जमीन तेरी।
फिर भी सब जाने क्यों कहते हैं मैं पराई हूं।