” परदेशी पिया “
” परदेशी पिया ”
मन की गलियों में फिर से तुम घूमो,
दिल की धड़कनों को फिर से तुम सुनो।
मुझे तेरी जरूरत है ये जान लो,
विदेशी पिया तुम कब आओगे।
जब तुम मेरी बाहों में आओगे,
विदेश की धूप सब भूल जाओगे।
साथी तुम्हारे रंग बदल जायेंगे,
परदेशी पिया तुम कब आओगे ।।