परख किसको है यहां
परख किसको है यहां
अच्छा-बुरा, सही-गलत की परख किसको है यहां,
दूसरों के मन को ना भाय ‘बुरा’,
अपने मन को भाय ‘अच्छा’
वही तो सब करते हैं यहां।
फिर रावण के पुतले पर गुस्सा उतार क्युं नादान बने जग सारा,
जब तूने ही क्लेश, द्वेष, वासना, निंदा, चुगली को है पाला।।
#seematuhaina