पपलू की बुद्धिमानी – कहानी
पपलू एक बन्दर है | वह काफी समझदार , बिद्धिमान और पढ़ाई में तेज है | सबकी मदद करना उसकी आदत है | वह अपने माता – पिता का आज्ञाकारी बेटा है | उसके नाम की कीर्ति पूरे जंगल में सभी जानवरों के बीच फैली हुई है |
इस जंगल के लिए हर वर्ष आने वाली बाढ़ एक समस्या है | प्रत्येक वर्ष सैकड़ों जानवर इस बाढ़ की भेंट चढ़ जाते हैं | कितनों को अपने बच्चों से, किसी को अपने माता – पिता से , कितनों को अपने रिश्तेदारों की जान से हाथ धोना पड़ता है | पिछले साल पपलू ने भी अपने छोटे भाई को इस बाढ़ में खो दिया था | इन सभी बातों का पपलू के मन पर गहरा असर पड़ता है | वह अपने जंगल के सभी जानवरों के लिए कुछ करना चाहता है |
आने वाली बाढ़ के बारे में सोचते ही जंगल के सभी जानवर परेशान हो जाते हैं | पपलू जंगल के राजा को सलाह देता है कि क्यों न हम अपने जंगल में एक बाढ़ संरक्षण समिति का निर्माण करें जो बाढ़ से होने वाले संकट से लोगों की रक्षा कर सके | इस समिति में जंगल के सभी ताकतवर जानवरों को शामिल किया जाएगा | और एक ख़ास बात यह है कि इन सभी सदस्यों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा | कुछ जानवर इस योजना के लिए हामी भर देते है तो कुछ पपलू की बात से सहमत नहीं हैं | खैर समिति बना दी जाती है और प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त जगह का चुनाव कर प्रशिक्षण कार्य शुरू कर दिया जाता है |
अब आगे की योजना के बारे में पपलू समिति के सदस्यों को बताता है कि हमें मिलकर जंगल के सबसे मजबूत पेड़ों का चयन करना है जिन पर हम मचान बना सकें | पपलू की सलाह पर युद्ध स्तर पर जंगल में मजबूत पेड़ों पर मचान बनाने का काम शुरू कर देते हैं | मचान तक पहुँचने के लिए सीढ़ियों का निर्माण भी किया जाता है ताकि मचान तक पहुँचने में कोई परेशानी न हो | बहुत से शरारती जानवर पपलू की इस योजना पर हँसते हैंऔर इस योजना को पैसे की बर्बादी बताते हैं |
बाढ़ का समय आ जाता है | पपलू अपनी समिति के सदस्यों की मदद से अलग – अलग मचानों पर जानवरों को पहुंचाने का काम शुरू कर देते हैं | सभी सुरक्षित हो जाते हैं और पपलू को शाबाशी देते हैं | वे सभी जानवर जो पपलू की योजना को बेकार बताते थे वे भी पपलू से माफ़ी मांगते हैं और भविष्य में उसका साथ देने का वादा करते हैं |
दूसरे जंगल के जीवों को जब पपलू के कारनामों का पता चलता है तो वे भी अपने जंगल के जीवों की सुरक्षा का जिम्मा पपलू को सौंप देते हैं | पपलू को उसकी समझदारी और बुद्धिमानी के लिए और जंगल के जीवों की रक्षा के लिए ” मानवता के पुजारी ” सम्मान से सम्मानित किया जाता है | सभी जानवर ख़ुशी – ख़ुशी रहने लगते हैं |