पन्ने
मिटा दिये हैं मैने
रूलाते थे बहुत
जब याद आते थे
अतीत के मायूस पन्ने ।
कोशिशें की हैं मैने
भुलाने की नफरतें
उभर न आये निशानियां
फाड़ दिये हैं कुछ पन्ने ।
नये रिश्ते बनाये हैं मैने
दिल से दिल मिले हैं
बिखर न जायें खुशियां
छुपा लिये हैं कुछ पन्ने ।
फिर सपने देखें हैं मैने
तेरे मेरे प्यार के
लिखे हैं जिगरे स्याही से
अमर प्यार के अमिट पन्ने ।।
राज विग