पन्द्रह अगस्त
✍️ पन्द्रह अगस्त ✍️
राष्ट्रीय त्यौहार हमारा
पन्द्रह अगस्त आता है।
सदा खुशी से पावन पर्व
ये भारतवर्ष मनाता है।।
यही विजयश्री हमारे दिल में,
खुशी का भाव जगाता है।
सदा खुशी से पावन……….
स्वतंत्रता सेनानी, शूरवीर ने
संकट दूर किया,
अंग्रेजों के अहंभाव को
संघर्षों से चूर किया;
केसरिया रंग शक्ति व
साहस अन्तर दिखलाता है।
सदा खुशी से पावन………..
तोड़ गुलामी की जंजीरें
खुद को है आजाद किया,
धर्म दया के पथ पर चलने
वाला नहीं विवाद किया;
धर्मचक्र है मध्य श्वेत के
शांति पाठ पढ़ाता है।
सदा खुशी से पावन……
उर्वरता, वृद्धि, पवित्रता
दिखलाती हरियाली है,
हे! भारत मां! हम वीरों को
तूने गोद से पाली है;
शक्ति, साहस, त्याग और
बलिदान वीर को भाता है।
सदा खुशी से पावन……
करता नहीं कभी अनर्थ,
अनर्थ नहीं होने देता,
“रागी” भारत का वीर सदा
धैर्य नहीं खोने देता;
सुजलाम् शुफलाम् वंदे मातरम्
का ये गीत सुनाता है।
सदा खुशी से पावन……..
🙏कवि 🙏
राधेश्याम “रागी” जी
कुशीनगर उत्तर प्रदेश से
सम्पर्क सूत्र : ९४५०९८४९४१