पधारे राम अयोध्या में
पधारे राम अयोध्या में
पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
सिया भी साथ अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
देखने आज का दिन प्रभु ने कितने कष्टों को भोगा था
सहा था दुख विरह का और पिता का साथ खोया था
वर्षों बाद अयोध्या में रंग इंद्रधनुषी है चारों ओर
वर्षों बाद अयोध्या में रंग इंद्रधनुषी है चारों ओर
पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
राजतिलक के दिन ही तो वह घड़ी मनहूस आई थी
मिला वनवास तथा प्रभु को वन गमन और विदाई थी
चौदह वर्ष पश्चात हर घर आंगन रोशन था चारों ओर
चौदह वर्ष पश्चात हर घर आंगन रोशन था चारों ओर
पधारे राम अयोध्या में खुशी बिखरी है चारों ओर
पधारे राम अयोध्या में…
इति।
इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश