*पथ संघर्ष*
शक्ति करें जो लौह अगर
दहन जरूरी होता है,
चमक सके जो स्वर्ण अगर
तपन जरूरी होता है,
सब कुछ जग में संताप नहीं
संतोष जरूरी होता है l
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
तकदीर तभी तक सक्षम है
गर तदबीर तुम्हारा साथी है
यूं ही नहीं मिलती मंजिल
जो सुख पाने के आदी हैं ,
विश्राम त्याग कर पूर्ण रूप से
अंगारों पर चलना होता है l
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
लहरों के भय से मार्ग कहां तक तुम पाओगे ,
चट्टानों से टकराने की शक्ति नहीं गर लाओगे,
फिर मकसद तक पहुंचाने का
जुनून जरूरी होता है l
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
धरती को भी अंकुर हेतु
हृदय फाड़ना होता है ,
ठोकर मार नीर को भी
आगे ही बढ़ना होता है ,
मधुर हवा को वेग बदलकर
अपना एहसास बताना होता है l
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
मनुज धैर्य के साथ अगर यदि
शक्ति का संयोज करें ,
फिर जीवन के समस्त सुखों का उपयोग करें ,
बीत चुकी सब बाधाओं का
विचार जरूरी होता है l
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
लक्ष्य तक यदि पहुंचना है तो संघर्ष जरूरी होता है ll
Shashank Mishra