पत्र मेरी बेटी को!!!!!!!!!
1अक्टूबर 2017
मेरा पत्र !!!! मेरी बेटी के लिए…………..
मेरी प्यारी लाडो!! जन्मदिन मुबारक हो!! सदा सुखी रहो!!!!सदा स्वस्थ और प्रसन्न रहो!!!!
बेटा जी!!!आप बालिग हो गई हैं!!!!आपके पापा के अनुसार “स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र नागरिक” हो गई हैं!!!! बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं!!!!!
आप बहुत अच्छी और समझदार बिटिया हैं। इसके लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद क्योंकि बदलाव के इस दौर में बच्चों से मिलने वाला आदर-सम्मान और प्रेम भी बदलता जा रहा है!!आप पर इस संक्रमण काल का पूरा असर नहीं पड़ा है।आप विद्यालय की पढ़ाई पूरी कर, कालेज में पढ़ने लगी हैं। पढ़ाई में आप उत्तरोत्तर प्रगति कर रही हैं।हर कक्षा में अच्छा प्रदर्शन रहा है आपका!! सबसे बड़ी बात है, आपका अपने शिक्षकों से स्नेह-सम्मान का रिश्ता!!! बेटे! सदा गुरुजनों का सम्मान करते हुए आगे बढ़ना है।
एक बात और,आपके मित्र भी आशीर्वाद के पात्र हैं! मैंने महसूस किया कि अच्छे और संस्कारवान मित्रों के बिना जीवन खुशहाल नहीं हो सकता है।खुशी की बात है आपको हमेशा अच्छे बच्चों का साथ मिला है। सुपथ चलने में और सादा जीवन बनाए रखने में सच्चे मित्र बहुत योगदान देते हैं।
आप हमेशा सुसंस्कारों की वकालत करती हैं। मैंने बहुत बार महसूस किया है जब आप अपनी बातें non-stop बताती हैं । मैं देखती हूं जो मैंने सिखाया है वो जीवित रहेगा। मुझे गर्व महसूस होता है जब आप किसी की मदद करती हैं।आपका एनजीओ जाइन करने का विचार स्वागत योग्य है।कच्ची बस्ती में जाकर आप सब ये महसूस करते हैं कि दुनिया में हमारी मदद की आवश्यकता बहुत ज्यादा है। हमने आपको अंग्रेजी माध्यम के महंगे स्कूलों में पढ़ाया है,मगर आपने अंग्रेजी मानसिकता नहीं बनाई और मूलभूत मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं को चुपचाप धारण कर लिया!!!!ये मेरे गर्व का विषय है!!!!
मैंने देखा है जहां जाती हो सबकी पहली पसंद होती हो!!! इसके मूल में हमारे दादी-नानी के संस्कार ही हैं!!! आपकी और हम दोनों की भी यही इच्छा थी कि आप अच्छी डाक्टर बनें मगर शायद वो रास्ता आपके लिए नहीं था!!! कहीं कुछ अधूरा है जो सिर्फ आपको पूरा करना है!!!! ऐसी ईश्वर की मर्जी है शायद वरना कोई कारण नहीं कि आपकी चाहत पूरी न हो।आप जो अध्ययन कर रही हैं,वो दुर्लभ है बेटा!!! बहुत होंगे डाक्टर, इंजिनियर मगर इंसान कम होंगे और आप बहुत अच्छी इंसान हैं। मानवता के गुणों से भरपूर!!!! मुझे यही चाहिए!!!!!
आप बहुत अच्छी कुक हैं, पूरा घर मैनेज कर लेती हैं!!! जब आप घर होती हैं मुझे संपूर्ण आराम देती हैं, पापा की पसंद का खाना बनाती हैं, भाई के लिए सारे दिन कुछ न कुछ करती रहती हैं।शाम को जब थके हुए घर आते हैं तो पूरा घर व्यवस्थित और गरमागरम चाय तैयार मिलती है!!! बेटा! बच्चे घर का काम सीखते ही नहीं!!! आपको सबकुछ आता है!!!
हास्टल के कमरे को कितना खूबसूरत अंदाज में सजाकर रखती हैं आप!!!!!! वाकई अद्भुत है!!!! साफ-सफाई तो बिल्कुल मेरे जैसी!!!! मुझे मालूम है बड़े-बुजुर्गों ने जो कहा है कि बेटी दोनों घरों को रोशन करती है,आप तो साक्षात आशीर्वाद हैं!!!!
आप जो निर्णय लेती हैं तार्किक और यथार्थ होता है। भगवान आप जैसी प्यारी और समझदार बिटिया सभी को दे!!!
मेरा आशीर्वाद हमेशा आपके साथ है…… आप निरंतर निखरती जाएं!!!!सभी कलाओं में निपुणता प्राप्त करें!!!
सभी सखियों को अपनी मां का स्नेहमयी आशीर्वाद कहना!
पुनः सुभाशीष!!!!
आपकी मां!!!!