*पत्रिका समीक्षा*
पत्रिका समीक्षा
पत्रिका का नाम: धर्मपथ
अंक: 55, सितंबर 2024 संपादक: डॉ शिव कुमार पांडेय
मोबाइल 79055 15803
सह संपादक: कुमारी प्रीति तिवारी
मोबाइल 8318 900811 प्रकाशक: उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड फेडरेशन, थियोसोफिकल सोसायटी
समीक्षक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451
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पत्रिका में विचार प्रधान लेखों में थियोसोफी का परिचय धारावाहिक है। इस अंक में लेख का पहला भाग प्रकाशित हुआ है। इसमें थियोस्फी के दर्शन को विविध रूपों में सामने रखा गया है। लेखक उमाशंकर पांडेय ने बताया है कि अनंत को केवल समाधि में ही जाना जा सकता है।
दूसरा लेख तुलनात्मक धर्म: एक विश्लेषणात्मक अध्ययन है लेखिका सुषमा श्रीवास्तव ने बताया है कि दो धर्मों के मध्य तुलना करना एवं तुलनात्मक धर्म के अध्ययन को प्रोत्साहित करना दो भिन्न विषय हैं । तुलनात्मक धर्म के अंतर्गत लेख में विभिन्न धर्म में व्यक्त विचारों को उद्धृत किया गया है।
तीसरा लेख फोहत शीर्षक से है। यह तिब्बती शब्द है। लेखक के अनुसार यह सर्वोच्च आत्मा के ऊर्जावान या गतिशील पहलू को प्रतिबिंबित करता है। फोहत को प्रेम की संज्ञा भी दी गई है। इसे उच्च सृजनात्मक ध्यान चौहानों का प्रतिनिधित्व करने वाला तथा वेदंतियों का आत्मा भी बताया है। यह उमाशंकर पांडेय का अंग्रेजी लेख है, जिसका अनुवाद डॉक्टर शिव कुमार पांडेय ने किया है। विषय जटिल है तथा कुछ अधिक स्पष्टीकरण की अपेक्षा करता है।
पत्रिका के अंत में थियोसोफिकल सोसायटी की विभिन्न गतिविधियों को ‘क्रियाकलाप’ शीर्षक से दर्ज किया गया है।