पत्नी चालीसा
सीखिए जीने के अनुपम टिप्स।
बीबी के खिल जायेंगे लिप्स।।
आयेगी सुख समृद्धि और शांति ।
मस्तक पर छा जायेगी कांति।।
निश दिन पत्नि चालीसा गाइए।।
बीबी के सम्मुख आरती सुनाइए।।
माहिया छंद
ओम् जय श्री पत्नि हरे।
जब से तुम आयीं
घर में धन धान्य भरे।।
ओम् जय श्री पत्नि हरे।
जब से तुम आयीं,
मेरे सब कष्ट हरे।
ओम् जय श्री पत्नि हरे।
बच्चों की माता
मेरे सौभाग्य भरें।
ओम् जय श्री पत्नि हरे।
उपवन में डोले
पंकज मकरंद भरे।
ओम् जय श्री पत्नि हरे।
मेरे घर आकर,
जीवन के कष्ट हरे।।