पत्नी एक उसके काम/रूप अनेक -आर के रस्तोगी
मै तन से तुम्हारी पत्नी हूँ
मन से तुम्हारी ही दासी हूँ
फिर भी हर अवस्था मै
तुम्हारे दर्शनों की प्यासी हूँ
मै कुक भी हूँ बैरा भी हूँ
कपड़ो की धोने वाली हूँ
मै हर सब्जेक्ट की टीचर हूँ
बच्चो को पढाने वाली हूँ
मै धोबन हूँ प्रेस करने वाली हूँ
घर की रखवाली करने वाली हूँ
समय पड़ने पर ड्राईवर बनती
तुम्हारी कार चलाने वाली हूँ
मै फाइनेंसर भी हूँ बैंक भी हूँ
उधार भी तुमको देने वाली हूँ
बुरा समय जब आता है तुम पर
तब भी मदद करने वाली हूँ
आर के रस्तोगी