….. पत्थर हुआ नहीं जाता !
…… पत्थर हुआ नहीं जाता ।
// दिनेश एल० “जैहिंद”
दिल से बाहर हुआ नहीं जाता ।
ना करो बेघर हुआ नहीं जाता ।।
जुबान से दो दुआ सदा यारो,,
गहरा खंजर हुआ नहीं जाता ।।
दोस्तों के संग शहद जरा बाँटो,,
इतना तो जहर हुआ नहीं जाता ।।
पत्थर दिल ये सुनो अभी मेरी ,,
इतना पत्थर हुआ नहीं जाता ।।
दिल तो दिल है नर्म रखो स्यानो,,
इतना बंजर हुआ नहीं जाता ।।
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दिनेश एल० “जैहिंद”
30. 05. 2017