पत्थर पर प्रेम
एक दिन अल-सुबह
मैंने अख़बार में पढ़ा
मोहनजोदड़ो की
खुदाई में मिला है
पत्थरों पर कुछ लिखा हुआ
जो पचास सदियों बाद भी
ज्यों का त्यों छपा हुआ है
पत्थर पर लिखा हुआ मिटता नही
दुनिया ने मुझसे कहा
कि वह पत्थर दिल है
बस उस दिन का दिन है
मैंने भी प्रण लिया है
उसके दिल पर
अपना प्रेम लिखना है
ऐसा प्रेम
जो सदियों बाद भी जीवित रहे।