पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
एहसासों का बसेरा है इसमें,
एक पल भी नहीं जी सकते बिन इसके,
कह दो ना कुछ एहसास है,
बाकी तेरे अंदर भी मेरा।
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।
पत्थर की लकीर नहीं है जिन्दगी,
एहसासों का बसेरा है इसमें,
एक पल भी नहीं जी सकते बिन इसके,
कह दो ना कुछ एहसास है,
बाकी तेरे अंदर भी मेरा।
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।