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3 Nov 2018 · 1 min read

*पत्थर की ख़ूबी*

कहते हैं कुछ लोग हम पत्थर दिल हैं ।
और पत्थर कभी भी पिघलते नहीं हैं ।।

नादान हैं हमको पत्थर कहने वाले ।
जो पत्थर की ख़ूबी जानते नहीं हैं ।।

पत्थर पर छप जाएं जो नाम एक बार ।
वो नाम फिर सदियों तक मिटते नहीं हैं ।।

माना हम पत्थर हैं तो पत्थर ही सही ।
पर रोज-रोज अपना रूप बदलते नहीं हैं ।।

जो जान जाते है पत्थर की अहमियत ।
वो पत्थर की ख़ूबी को दोष मानते नहीं हैं ।।

Language: Hindi
10 Likes · 8 Comments · 1173 Views
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