पति बृता
माथे पर बिनदिया अधरों पर मुसकान है। चेहरे की रौनक़ की यहीं पहचान है।।त्रिया तोमे तीन गुण औगन भरे हजार।पुत्र जनै और व्यंजन तपै गाये मगंलाचार।।।।पति बृता मैली भली काली कुचित कुरूप।पति बृता के रुप पर बारि कोटि स्वरुप।।
माथे पर बिनदिया अधरों पर मुसकान है। चेहरे की रौनक़ की यहीं पहचान है।।त्रिया तोमे तीन गुण औगन भरे हजार।पुत्र जनै और व्यंजन तपै गाये मगंलाचार।।।।पति बृता मैली भली काली कुचित कुरूप।पति बृता के रुप पर बारि कोटि स्वरुप।।