पतन के दौर में
सबकुछ ठीक नहीं,
मेरे दोस्त!
कहीं कुछ तो गड़बड़ है!
पुलिस में,
सरकार में,
अदालत में,
अख़बार में
मुझे मालूम नहीं कि
कहां लेकिन
कहीं कुछ तो गड़बड़ है!!
#मीडिया #कविता #शायरी #हल्ला_बोल
#प्रतिरोध #protest #सियासत #साहित्य
सबकुछ ठीक नहीं,
मेरे दोस्त!
कहीं कुछ तो गड़बड़ है!
पुलिस में,
सरकार में,
अदालत में,
अख़बार में
मुझे मालूम नहीं कि
कहां लेकिन
कहीं कुछ तो गड़बड़ है!!
#मीडिया #कविता #शायरी #हल्ला_बोल
#प्रतिरोध #protest #सियासत #साहित्य