Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2023 · 1 min read

” पतझड़ सी “

पतझड़ सी है जिंदगी,
💔💔दिल भी वीरान सा है।
तेरे बिना अकेले है हम,
💔💔और ये मेरा घर शमसान सा है।

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुद के अलावा खुद का सच
खुद के अलावा खुद का सच
शिव प्रताप लोधी
बिटिया प्यारी
बिटिया प्यारी
मधुसूदन गौतम
दीपावली का पर्व महान
दीपावली का पर्व महान
हरीश पटेल ' हर'
पवन
पवन
Dinesh Kumar Gangwar
भारत माता के सच्चे सपूत
भारत माता के सच्चे सपूत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इसी कारण मुझे लंबा
इसी कारण मुझे लंबा
Shivkumar Bilagrami
करती गहरे वार
करती गहरे वार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
नेता जी
नेता जी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कमियों पर
कमियों पर
रेवा राम बांधे
- कवित्त मन मोरा
- कवित्त मन मोरा
Seema gupta,Alwar
रंग प्यार का
रंग प्यार का
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
"खुदा से"
Dr. Kishan tandon kranti
खड़ा रेत पर नदी मुहाने...
खड़ा रेत पर नदी मुहाने...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आधार छंद - बिहारी छंद
आधार छंद - बिहारी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
लम्बी हो या छोटी,
लम्बी हो या छोटी,
*प्रणय*
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ८)
Kanchan Khanna
बिरसा मुंडा
बिरसा मुंडा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रामपुर में जनसंघ
रामपुर में जनसंघ
Ravi Prakash
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
भ्रम रिश्तों को बिखेरता है
Sanjay ' शून्य'
कलेजा फटता भी है
कलेजा फटता भी है
Paras Nath Jha
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
भारत कभी रहा होगा कृषि प्रधान देश
शेखर सिंह
Loading...