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2 Jan 2019 · 1 min read

पतझड़ की पीली पाती

पतझड़ की पीली पाती
अपने रोदन गीत गाती
आस कितनी नयनों को
जीवन संसार बहारों की
दुख के बादल,
और मधुप फुहारों की
नयन अश्रु गिरने पर
वापस कहां जाते
मरू की शिथिल भूमि में
मोती से चमकते
टूटी टहनी
अब साथ कहां दे पाती
पतझड़ की पीली पाती

Language: Hindi
537 Views
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