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13 Sep 2021 · 7 min read

पढाई के बारे कुछ महत्वपूर्ण ट्रिक

ढ़ाई पढाई पढाई सरदर्द कर द‍िया है इस शब्‍द ने,
मम्‍मी पापा कहते है पढले
भाई-बहन कहते है पढले,
और तो और पडोस वाले अंकल आंटी बताते है, कि हमारे लडके के इतने % आये है. आपके लडके का क्‍या हुआ.
बहुत बुरा लगता है, अंकल-आंटी आग में घी डालने का कार्य करते है.
कैसे बताऊ इन सबको कि % तो दूर की बात है पास हो जाऊ,इतना ही काफी है.
इन्‍हें क्‍या पता मैं कितना परेशान रहता हूँ पढ़ने के लिये.
परंतु पढाई में मन ही नहीं लगता है,
सोचता हूँ कि कल पढ़ लूगॉं पर
फिर अगले दिन सोचता हूँ कल करूगा.
बड़ी मुश्‍क‍िल से पढ़ने बैठता हँ तो Facebook की Notification आ जाती है, मन करता है Message check कर लेता हूँ.
फ‍िर कुछ समय बाद किताब लेकर पढने बैठता तो Whatsapp की Notification आ जाती है,
तो सोचता हूँ क‍ि एक मिनट की तो बात है, Message Check कर लेता हूं.
फ‍िर किताब छोडकर Whatsapp मैसेज देखने लग जाता हूं,
दोस्‍त ने बताया कि भाई आज तो मजा आ गया आ गया, चिकन ड‍िनर (PUBG) कर लि‍या.
इधर एक दोस्‍त,उधर दूसरा,तीसरा सबके सब Online फ‍िर
Chatting का सिलसिला शुरू हो जाता है.
एक का Message का जबाव देता हूं तो दूसरे का Message आ जाता है.
एक मिनट Message Check करने का सोचा था, एक घटां हो जाता है.
कुछ समय बाद होश आता है कि,
ओ तेरी की पेपर आने वाले है.
मेरी तैयारी तो कुछ भी नहीं है.
फ‍िर मन को बडी मुश्‍क‍िल से Control करके मरे से मन से किताब लेकर पढ़ाई करने को बैठा ही था क‍ि ,
कि New Release होने वाले फ‍िल्‍म का Promo दिमाग में घूमने लगा,
दोस्‍तो के साथ घूमकर आने का मन करने लगा.
और अगर इन सबके बीच किसी दोस्‍त का फोन आ गया
फ‍िर तो तुम किताबों की तरफ पलट कर भी नहीं देखोगें,
उल्‍टा किताबो को इस बात का इंतजार में इधर-उधर पडी रही है. कि कब ये फोन से Free होगा. और मुझे उठाकर रेक में रखेगा भी नहीं पढ़ना तो दूर की बात है.
दोस्‍तो यही सब समस्‍याऐ है,
ना जो तुझे पढने से रोक रही है ,
कामयाब की जगह नाकामयाबी दिलवाने को तैयार है,
दोस्‍तो ये थी आजकल के Students की कुछ Problem जो आपको सफलता प्राप्‍त करने से रोकती है.
अभी आप 18-20 साल के होगें,
यह समय आपके भविष्‍य को उज्‍ज्‍वल बनाने के लिये Golden Period है.
अभी आपको दूसरे की नसीहते,सुझााव बुरे लगते होगें.
जब वे कहते होगे क‍ि,
तेरी जिदगी बन जायेगी.
बहुत बुरा लगता होगा,
परंतु आज में आपको कुछ ऐसी बाते ,टिप्‍स बताने जा रहा हूं,
ज‍िससे जानने और अपनी जिदंगी में अपनाने के बाद आप पहले से ज्‍यादा पढाई करने में कामयाब हो सकते है और अच्‍छी पढाई करके,पढ़ने की आग लग जायेगी.
और पेपर में अच्‍छी % लाकर अपने मां-बाप का नाम रोशन कर सकोगे.
इस बात को अच्‍छे तरह याद रखना कि कॉम्पिटिशन के Exam में अच्‍छी मेहनत करके किसी प्रातिष्‍ठ‍ित जगह से 4-5 साल में Professional Course (चाहे Medical,Engineering,LLB या कुछ कोर्स) करने में कामयाब हो गये तो और ये 4-5 साल बढिया तरह से पढाई करके निकाल दिये.
तो जिदंगी के आने वाले 40-50 सालो तक मस्‍त तरीके के जिदंगी काटोगें.
और यदि 10-12 के बाद 4-5 साल मस्‍ती में निकाल दिये तो आने वाले 40-50 सालो तक जिदंगी घुट घुट कर जियोगें,
और हरेक चीज में अपने बच्चों को अच्‍छी श‍िक्षा दिलवाने में समझौता करोगे.
पत्‍नी द्धारा मांगी गयी चीजो को दि‍लवा नही पाओंगे और हीन भावना महसूस करोगे.
जब आप अपने पत्‍नि,बच्‍चों को लेकर अपने घर जाया करोगे या क‍ि‍सी रिश्‍तेदार के यहांं जाओंगे और वहां दूसरे आपकी भाभी,बहन या कोई अन्‍य म‍हि‍ला कीमती साडी पहने द‍िखेगी,और आपकी पत्‍नि लाचारी भरी न‍िगाहो से आपकी और देखेगी तब आपको अपनी पत्‍नि के सामने शर्मिदगी होगी.
जब आपके बच्‍चे दूसरे बच्‍चों के सामने लो क्‍वालिटी के कपडे पहन कर जायेगे, तब आपको अहसास होगा कि मुझे पढाई बहुत अच्‍छी तरह करने चाह‍िये थी.
मां-बाप की दवाई,सुविधाओं के ल‍िये पैसे की व्‍यवस्‍था नही कर पाओंगे.
भाई बहन के सामने हमेशा पैसो का रोना रोते रहोगे.
जिदगी में पैसो को लेकर बहुत ज्‍यादा समझौता करोगें,
घट‍िया स्‍तर की जिदंगी जीनी पडेगी.
आज की इस विड‍ियो से तुम्‍हारे बीच का ही कोई तुम्‍हारा साथी सीख लेकर अपने जिदगी को कामयाब बनाने की दिशा में कार्य करना शुरू कर देगा.
दोस्‍तो आगे से जब भी आप पढ़ने बैठोगेा तो Whatsapp,Facebook की Notification आने पर,
जब आपके अंदर से आवाज आये क‍ि केवल कुछ मिनट की बात तो है,
उस समय आपको केवल इतना ही अपने आप से कहना है,
कि बाद में देखूगा,
बाद में देखूगा,
बाद में मैसेज चैक कर लूगा,
थोडी देर बाद देखूगा.
थोडी देर बाद देखूगा
15 मिनट बाद देखूगा.
इस समय आपको अपनी इच्‍छशक्ति का मजबूत करना है, कि अगर कह दिया तो Message बाद में दूखूगा.
तुम देखोगे कि,
ये शब्‍द जादू की तरह कार्य करेगें.
और आप लगातर पढाई करते रहने में सफल हो सकते है.
फ‍िर आप अपने Target मतलब 1 Chapter,2 Chapter को याद कर लिया,मजा आ गया.
आज मैने मोबाइल नहीं देखा,
और दो चैप्‍टर याद कर ल‍िये अपनी इस उपलब्‍ध‍ि पर अपने आपको शाबासी दे सकते है.
दोस्‍तो जब भी
तुम्‍हारा मन पढने का ना करें,
याद रख‍िये जब भी तूम्‍हारा मन पढने का ना करें
जब भी तुम्‍हारा मन पढने का ना करें.
केवल एक छोटा सा काम करना है,
अपने आप से कहना है,कि
चलो एक घटा बैठ जाता हूँ,
एक घटा बैठ जाता हूं,
सि‍र्फ एक घटे की तो बात है,
बस आप किताब लेकर बैठ जाओं
चाहे कुछ पढो या नहीं,
कुछ समझ में आये या नहीं,
बस बैठ जाओं,किताब लेकर एक घटा बैठे रहो,
धीरे-धीर तुम्‍हारे मन में खुद ही ये बातें आयेगी जब बैठ ही गया हूँ तो कुछ याद कर लेता हूं.
एक घटे बाद,
दोस्‍तो से बात कर लूगा,
उसके बाद Whatsapp,Facebook के Message Check कर लूगा,
उसके बाद में दोस्‍तो के साथ घूम आउगा,
दोस्‍तो याद रख‍िये ये Formula जरूर कामयाब होगा,
अगर आपने थोडी बहुत इच्‍छाशक्ति दिखााई.
जब आप एक घटां पढने की आदत डाल लेते हो,
तो हरक हफते उसमें ½ घटां जोडते चले जाओ,
इस तरह आप देखोगे कि कहा तो आप ब‍िल्‍कुल भी नहीं पढ़ पा रहे थें और अंब अपनी मेहनत,लगन से एक महीने में आपकी पढ़ने की Seating 2.5 घंटे की हो जायेगी.
आप में से ही बहुत से लोग इस Formula को अपनाकर अपनी पढाई की Seating बढा सकते है.

दोस्‍तो आप इसको प्रयोग करें और इस कार्य में सफल होने के बाद आप अपना अनुभव comment के माध्‍यम से अपनी हमको बता सकते है.

क्‍योकि यह बात मनोवैज्ञानिक रूप से बिल्‍कुल सही है कि जब आप किसी काम को 21 दिनों तक लगातार करते है तो वह आपकी आदत बन जाती है.
पेपरो के दौरान यदि आका दोस्‍त आपसे मिलने के लिये कहता है तो आप उसे मना कर सकते है,
आप अपनी पढ़ाई का रोना रो सकते है,
भाई मेरी तो तैयारी बिलकुल नहीं है,
कुछ याद नहीं कर पाया,
भाई अगर में फेल हो गया या नबंर कम आ गये तो घर वाले मेरी ऐसी की तैसी कर देगे,
जीना हराम कर देगें,
तू तो भाई हे ना मेरा तो तो सब समझता है ना
मैं बाद में बात करूगा.
दोस्‍तो हो सकता है, कि आपसे मिलने आना वाला दोस्‍ता या फोन पर बात करने वाले दोस्‍त की तैयारी बहुत अच्‍छी हो उसने ना जाने कितनी बार उसने अपने subject का Revision कर लिया होगा.
अगर इसके उल्‍ट उसकी तैयारी अच्‍छी नहीं है,
तो भी तुम अपने दोस्‍त का भला ही करोगे, जब तुम उसे समय नहीं दे पाओगे,
अपनी पढाई का रोना रोओगे तो हो सकता है कि वह भी घर जाकर तुम्‍हे देखकर पढ़ने लगे.
यकीन मानिये जो आपका सच्‍चा दोस्‍त होगा वो इस बात का बुरा नहीं मानेगा,और आगे भी दोस्‍ती बनाये रखेंगा,
मेरे दोस्‍त के घरवाले भी कह देते थें कि वो घर पर नहीं है,
मुझे बुरा नहीं लगता था,
और आज वो दोस्‍त केद्र सरकार के एक विभाग मे gazetted officer है, अैर मैं भी केद्र सरकार के एक विभाग में Engineer हूँ. आज भी हम दोनो पक्‍के दोस्‍त है.
दोस्‍तो यह बात याद रखना आज तो सिर्फ Highschool, Inter में पढाई करना ही तुम्‍हे बहुत बड़ा पहाड़ लग रहा है,
परतु भविष्‍य में जब कही पर कोई Form भरते समय अपनी Highschool, Inter की 50% ल‍िखोगें ना तो कसम से एक बार तो मन में आयेगा,
कि काश उस समय थोडी और मेहनत कर लेता तो आज Form में 80% लिखता.
दोस्‍तो
अरे इस तो तुम्‍हारा कोई Competitor भी नहीं है, जो तूम्‍हे पछाडकर Medical, Engineer अन्‍य किसी Professional course की सीट हथ‍िया लेगा,
अभी तो सीधे किताबों को कई-कई बार पढकर Revision करके अच्‍छी % ला सकते हो.
इस समय तो क्‍लास में अच्‍छे नबंर लाना और भी आसान है,
तुम्‍हारे सभी साथी इस समय Whatsapp, Facebook या Youtube देख रहे होगें,
और तुम्‍हारे पास पढाई करके अच्‍छे नबंर लाकर Class में,परिवार में,रिश्‍तेदारी में Hero बनने का अच्‍छा मौका है.
इन बातों को अपनाकर Bord में अच्‍छे Marks लाने में सफल हो जायेगा और
दूसरे बहुत से दोस्‍त जब 4-5 साल बाद,जब परतु भविष्‍य में जब कही पर कोई Form भरते समय अपनी Highschool, Inter की 50% ल‍िखोगें ना तो कसम से एक बार तो मन में आयेगा,कि काश उस समय थोडी और मेहनत कर लेता तो आज Form में 80% लिखता.
दोस्‍तो कहा जाता है कि दुनिया में दो तरह के इंसान होते है.
एक दूसरे के अनुभव से सीखने वाला
दूसरा अपने अपने अनुभव से सीखना वाला
दूसरे के अनुभव से सीखने वाला बंदा जिदंगी में हमेशा कामयाबी प्राप्‍त करता है और अपने अनुभव से सीखने वाला जब सीखता है जब उसका बहुत ज्‍यादा समय हाथ से निकल जाता है उसकी सफलता को सेलीब्रेट करने वाला कोई नहीं होता,असफलता मिलती है.
दोस्‍तो फैसला आपके हाथ में है आप किस तरह से सीखना चाहेंगे दूसरे के अनुभव से या अपने …………….
कृप्‍या कमेट बॉक्‍स में आकर अपने सुझााव दीजिय्रगा

यदि आप भी अपने दोस्‍तो को कमायाब बनाकर हमेशा अपने साथ रखाकर उनको झेलना चाहते है तो चैनल को लाइक,शेयर और सब्‍सक्राइब कीजियेगा.
तो मिलते है दोस्‍तो अगली बार कुछ ऐसे ही मोटविेशनल,नसीहत, देने वाली बातो के साथ तब तक के लिये नमस्‍कार, जय हिंद.

In Opanion:

दोस्‍तो आपको आज का यह लेख,पढ़ाई मोट‍िवेशन , पढ़ाई की लत कैसे लगाये ,स्‍टडी मोट‍िवेशन ,लगा कृप्‍या Comment Box मे जाकर अपना अनुभव बताये.हमें आपके सुझावों,राय का स्‍वागत करते है.

शंकर आँजणा नवापुरा धवेचा
बागोड़ा जालोर-343032
मो-8239360667
कक्षा-स्नातक तृतीय वर्ष व BSTC द्वितीय वर्ष
राजस्थान पुलिस मित्र जालोर थाना व बागोड़ा थाना
PMKKVY-डिप्लोमा जालोर, MAMTTC-जोधपुर
BETR-डिप्लोमा जोधपुर , सोशल मीडिया प्रमुख-जालोर नगर

Language: Hindi
Tag: लेख
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