पढ़े-लिखे गंवार
सब कुछ देखते हुए भी
जो अंधे बने हुए हैं!
सब कुछ सुनते हुए भी
जो बहरे बने हुए हैं!!
उन पढ़े-लिखे गंवारों से
उम्मीद ही बेमानी है!
सब कुछ जानते हुए भी
जो गुंगे बने हुए हैं!!
सब कुछ देखते हुए भी
जो अंधे बने हुए हैं!
सब कुछ सुनते हुए भी
जो बहरे बने हुए हैं!!
उन पढ़े-लिखे गंवारों से
उम्मीद ही बेमानी है!
सब कुछ जानते हुए भी
जो गुंगे बने हुए हैं!!