Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2019 · 1 min read

【10】 पडौसी

पास पडौसी दुःख – सुख साथी, बैर कबहु न करियो कोय।
बुरा समय जो आयो अचानक, उस पल सहायक कोय न होय।।

Language: Hindi
3 Likes · 259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्रा
सत्य कर्म की सीढ़ी चढ़कर,बिना किसी को कष्ट दिए जो सफलता प्रा
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
तीजनबाई
तीजनबाई
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
कहां गए तुम
कहां गए तुम
Satish Srijan
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
Ravi Prakash
रेल यात्रा संस्मरण
रेल यात्रा संस्मरण
Prakash Chandra
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
आमंत्रण और निमंत्रण में क्या अन्तर होता है
शेखर सिंह
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
फिलिस्तीन इजराइल युद्ध
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
क्या यही है हिन्दी-ग़ज़ल? *रमेशराज
कवि रमेशराज
लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री
लेखक डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
हर रोज वहीं सब किस्से हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
जीवन के उलझे तार न सुलझाता कोई,
Priya princess panwar
बाबा साहब आम्बेडकर
बाबा साहब आम्बेडकर
Aditya Prakash
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
मेरा स्वप्नलोक
मेरा स्वप्नलोक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
कविता- 2- 🌸*बदलाव*🌸
कविता- 2- 🌸*बदलाव*🌸
Mahima shukla
दहलीज के पार 🌷🙏
दहलीज के पार 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आजादी..
आजादी..
Harminder Kaur
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
2876.*पूर्णिका*
2876.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बस जाओ मेरे मन में
बस जाओ मेरे मन में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम्हारी हँसी......!
तुम्हारी हँसी......!
Awadhesh Kumar Singh
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
gurudeenverma198
"आशा"
Dr. Kishan tandon kranti
■ विनम्र निवेदन :--
■ विनम्र निवेदन :--
*Author प्रणय प्रभात*
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
दोहे- माँ है सकल जहान
दोहे- माँ है सकल जहान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Loading...