Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2019 · 1 min read

पछतावा

सोशल मीडिया पर अशोक की दोस्ती एक बडे शहर में रहने वाले गौरव से हो ग ई थी। अक्सर उनमें बातें होती रहती थी। गौरव उसे गंवार कहकर चिढाता रहता था। वह कहता कि शहर के लडके आधुनिक होते हैं। ब्रांडेड कपडे व जूते पहनते हैं। यह सब सुनकर कुछ दिनों बाद उस पर आधुनिक बनने का भूत सवार हो गया। उसने अपने माँ बाप से शहर जाकर नौकरी करने की आज्ञा मांगी। उन्होंने उसे बहुत समझाया पर वह नहीं माना और शहर चला गया। गौरव से मिलने के बाद उसने नौकरी ढूंढी और काफी मेहनत के बाद वह कंपनी में मैनेजर बन गया। लेकिन वह आधुनिकता को सहन नहीं कर पाया। उसे शराब और सिगरेट की बुरी लत लग गई। धीरे धीरे उसका सब कमाया खत्म होने लगा और वह कर्जदार हो गया। पत्नी उसे छोडकर चली गई। आज उसे अपने माँ बाप की कही बात कि ज्यादा आधुनिकता अच्छी बात नहीं याद आ रही थी। उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा था।

अशोक छाबडा

Language: Hindi
1 Like · 574 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गरीबी की उन दिनों में ,
गरीबी की उन दिनों में ,
Yogendra Chaturwedi
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
*प्रणय*
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
- रिश्ते इतने स्वार्थी क्यों हो गए -
- रिश्ते इतने स्वार्थी क्यों हो गए -
bharat gehlot
Friend
Friend
Saraswati Bajpai
आग और पानी 🔥🌳
आग और पानी 🔥🌳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
मायूसियों से भरे चेहरे...!!!!
Jyoti Khari
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हां..मैं केवल मिट्टी हूं ..
हां..मैं केवल मिट्टी हूं ..
पं अंजू पांडेय अश्रु
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3977.💐 *पूर्णिका* 💐
3977.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Shekhar Chandra Mitra
बिटिया की जन्मकथा
बिटिया की जन्मकथा
Dr MusafiR BaithA
रंग जीवन के
रंग जीवन के
kumar Deepak "Mani"
धूल-मिट्टी
धूल-मिट्टी
Lovi Mishra
You have limitations.And that's okay.
You have limitations.And that's okay.
पूर्वार्थ
पिछले पन्ने 5
पिछले पन्ने 5
Paras Nath Jha
खुश रहें मुस्कुराते रहें
खुश रहें मुस्कुराते रहें
PRADYUMNA AROTHIYA
वेलेंटाइन डे रिप्रोडक्शन की एक प्रेक्टिकल क्लास है।
वेलेंटाइन डे रिप्रोडक्शन की एक प्रेक्टिकल क्लास है।
Rj Anand Prajapati
मन को मन का मिल गया,
मन को मन का मिल गया,
sushil sarna
स्वयं के लिए
स्वयं के लिए
Dr fauzia Naseem shad
#रचनाकार:- राधेश्याम खटीक
#रचनाकार:- राधेश्याम खटीक
Radheshyam Khatik
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
यू तो गुल-ए-गुलशन में सभी,
TAMANNA BILASPURI
परवर दीगार
परवर दीगार
Usha Gupta
पूनम का चांद हो
पूनम का चांद हो
Kumar lalit
बेटी की मायका यात्रा
बेटी की मायका यात्रा
Ashwani Kumar Jaiswal
"क्या बताएँ तुम्हें"
Dr. Kishan tandon kranti
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
खुद के अलावा खुद का सच
खुद के अलावा खुद का सच
शिव प्रताप लोधी
Loading...