पछताना नहीं पड़ता
समय रहते तुझे दिले जज्बात बता दिया होता
तो पछताना नहीं पड़ता
दिल की धड़कनो का शोर तुझे सुना दिया होता
तो पछताना नहीं पड़ता
अब हर घड़ी कोसता हैं दिल अपने आपको
जब तू करीब थी तेरे हो जातें तो पछताना नहीं पड़ता
समय रहते तुझे दिले जज्बात बता दिया होता
तो पछताना नहीं पड़ता
दिल की धड़कनो का शोर तुझे सुना दिया होता
तो पछताना नहीं पड़ता
अब हर घड़ी कोसता हैं दिल अपने आपको
जब तू करीब थी तेरे हो जातें तो पछताना नहीं पड़ता