पकौड़े गरम गरम
ठंडी ठंडी हवा चल रही, भायी पत्तों की सरगम।
छम छम छम छम बारिश आयी, बने पकौड़े गरम गरम।
कड़क चाय फिर अदरक वाली,पापा से है बनवायी।
पीस हरे धनिये की चटनी, प्यारी मम्मी ले आयी।
गोभी, पालक, प्याज पकौड़े, बने साथ में आलू दम।
छम छम छम छम बारिश आयी ,बने पकौड़े गरम गरम।
पापा खाते हैं कुछ तीखा स्वाद उन्हें जो भाता है।
पर तीखा खा हम बच्चों का, हाल बुरा हो जाता है ।
तभी बनाये और पकौड़े, डाली उनमें मिर्ची कम।
छम छम छम छम बारिश आयी,बने पकौड़े गरम गरम।
गर्मागर्म बना हलुआ खा, ले चटकारे मुस्काये।
और पकौड़े भी हम सबने,साथ बैठ डटकर खाये।
रेनी डे की छुट्टी पाकर, फूले नहीं समाये हम ।
छम छम छम छम बारिश आयी ,बने पकौड़े गरम गरम।
04-12-2022
डॉ अर्चना गुप्ता