— पके फल से सीख लो —
पका हुआ फल भी दे देता है
हमारे जीवन में एक रास्ता
वैसे तो पता नही किस किस से
पड़ता है रोज सब का वास्ता !!
एक तो वो हमेशां नम्र हो जाता है
फिर हो जाता है मिठास से भरा
अन्त में रंग बदल जाता है
कुछ न कुछ तो सीखा ही जाता है !!
इंसान के स्वभाव में है अगर नम्रता
वाणी में रखता हो मिठास सब से
फिर चाहे दुश्मन ही क्यूं न हो सामने
दिल जीत कर हो जाता है धनवान !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ