Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 1 min read

पं. टोटकेश्वर (टोने वाले) को इत्ती सी अक़्क़ल तो होनी चाहिए कि

पं. टोटकेश्वर (टोने वाले) को इत्ती सी अक़्क़ल तो होनी चाहिए कि आंख का ऑपरेशन करना नाक के डॉक्टर का काम नहीं।

🙅प्रणय प्रभात🙅

1 Like · 60 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुरा समय
बुरा समय
Dr fauzia Naseem shad
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
भोले बाबा की कृप
भोले बाबा की कृप
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
बाबू
बाबू
Ajay Mishra
4323.💐 *पूर्णिका* 💐
4323.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरे दर पे आये है दूर से हम
तेरे दर पे आये है दूर से हम
shabina. Naaz
कुछ लोग
कुछ लोग
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
शेर-शायरी
शेर-शायरी
Sandeep Thakur
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
याद रखना...
याद रखना...
पूर्वार्थ
I am Sorry
I am Sorry
Mr. Bindesh Jha
किस बात की चिंता
किस बात की चिंता
Anamika Tiwari 'annpurna '
खोकर अपनों को यह जाना।
खोकर अपनों को यह जाना।
लक्ष्मी सिंह
*
*" कोहरा"*
Shashi kala vyas
चला गया
चला गया
Rajender Kumar Miraaj
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
हर रोज़ तुम्हारा पता पूछते उन गलियों में चला जाता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"जो खुद कमजोर होते हैं"
Ajit Kumar "Karn"
तुम और मैं
तुम और मैं
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
चार दिन की जिंदगी
चार दिन की जिंदगी
Karuna Goswami
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे  दिया......
अच्छा ही हुआ कि तुमने धोखा दे दिया......
Rakesh Singh
सच का सच
सच का सच
डॉ० रोहित कौशिक
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
*बचकर रहिएगा सॉंपों से, यह आस्तीन में रहते हैं (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
ना अश्रु कोई गिर पाता है
ना अश्रु कोई गिर पाता है
Shweta Soni
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
मन मेरा कर रहा है, कि मोदी को बदल दें, संकल्प भी कर लें, तो
Sanjay ' शून्य'
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
जय श्री महाकाल
जय श्री महाकाल
Neeraj kumar Soni
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
sushil sarna
🙅आज का दोहा🙅
🙅आज का दोहा🙅
*प्रणय*
Loading...