पंचचामर छंद
#छंद_पंचचामर ( एक प्रयास )
मापनी- 121 212 121 212 121 2
वाचिक मापनी- 12 12 12 12 12 12 12 12
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करे महान कार्य जो, वहीं रहे सदा भला।
मलंग मस्त हो वही, सुसत्य पंथ जो चला।
रहे सदा सुखी वही, सुसंग हस्त हो कला।
खुशी मिली उसे यहाँ, जिसे दुआ सदा.फला।।
✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’