Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Nov 2017 · 1 min read

पंख पसार उड़

नील गगन छूने को

अपने पंख पसार चल

आसमान में उड़ने को

अपने पंख पसार उड़

कुंचित मानसिकताओं से

खुद को अब निकाल चल

तरक्की की अब दौड़ में

पुरुष से कंधे मिला के चल

खुद्दार हैं, स्वाभिमानी भी

तू आधुनिक नारी आगे बढ़ चल!!

®आकिब जावेद

Language: Hindi
415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Akib Javed
View all
You may also like:
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
जीवन में,
जीवन में,
नेताम आर सी
अंतस्थ वेदना
अंतस्थ वेदना
Neelam Sharma
वीर तुम बढ़े चलो...
वीर तुम बढ़े चलो...
आर एस आघात
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
Keshav kishor Kumar
खुशियां
खुशियां
N manglam
"काहे का स्नेह मिलन"
Dr Meenu Poonia
खेल खिलौने वो बचपन के
खेल खिलौने वो बचपन के
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले
हे परम पिता परमेश्वर,जग को बनाने वाले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरे अल्फाज याद रखना
मेरे अल्फाज याद रखना
VINOD CHAUHAN
💐प्रेम कौतुक-405💐
💐प्रेम कौतुक-405💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
गिराता और को हँसकर गिरेगा वो यहाँ रोकर
आर.एस. 'प्रीतम'
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
ସାଧନାରେ କାମନା ବିନାଶ
Bidyadhar Mantry
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
वो कत्ल कर दिए,
वो कत्ल कर दिए,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"बँटबारे का दंश"
Dr. Kishan tandon kranti
चौथापन
चौथापन
Sanjay ' शून्य'
नारी
नारी
नन्दलाल सुथार "राही"
■ हुडक्चुल्लू ..
■ हुडक्चुल्लू ..
*Author प्रणय प्रभात*
बारह ज्योतिर्लिंग
बारह ज्योतिर्लिंग
सत्य कुमार प्रेमी
विडंबना इस युग की ऐसी, मानवता यहां लज्जित है।
विडंबना इस युग की ऐसी, मानवता यहां लज्जित है।
Manisha Manjari
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
दिल तसल्ली को
दिल तसल्ली को
Dr fauzia Naseem shad
रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में,
रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में,
Vaishaligoel
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...