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7 May 2023 · 1 min read

पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।

पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
स्वयं जाल में फँस रहे, देख शिकारी सन्न ।।

✍️ अरविन्द त्रिवेदी
उन्नाव उ० प्र०

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