न हिन्दू बुरा है
न हिन्दू बुरा है
न मुसलमान बुरा है,
मजहब हो चाहे जो भी
हर बेईमान बुरा है।
जिसमें नहीं रहम,
न ही प्यार का अहद।
मरे ख्याल से
वह हर इंसान बुरा है।
-सतीश सृजन
न हिन्दू बुरा है
न मुसलमान बुरा है,
मजहब हो चाहे जो भी
हर बेईमान बुरा है।
जिसमें नहीं रहम,
न ही प्यार का अहद।
मरे ख्याल से
वह हर इंसान बुरा है।
-सतीश सृजन