न पूछ
ये न पूछ के क़ीमत कितनी है
बस मान ले हकीकत जितनी है
शेयर मार्केट सा हो गया है रिश्ता
अबतो
बुलंदी पे है तो बिकेगा बेतहाशा
नहीं तो रद्दी के भाव बिकनी है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
ये न पूछ के क़ीमत कितनी है
बस मान ले हकीकत जितनी है
शेयर मार्केट सा हो गया है रिश्ता
अबतो
बुलंदी पे है तो बिकेगा बेतहाशा
नहीं तो रद्दी के भाव बिकनी है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी