न दुख से परेशान होइए।
न दुख से परेशान होइए।
न सुख के दिनों में किसी को दुख दीजिए।
आत्मदर्शन करके आपको लोगो का मार्गदर्शन करना चाहिए।
जीवन का अंतिम लक्ष्य यही है जन्म मरण के बंधनों से मुक्त होना।
RJ Anand Prajapati
न दुख से परेशान होइए।
न सुख के दिनों में किसी को दुख दीजिए।
आत्मदर्शन करके आपको लोगो का मार्गदर्शन करना चाहिए।
जीवन का अंतिम लक्ष्य यही है जन्म मरण के बंधनों से मुक्त होना।
RJ Anand Prajapati