नज़रिया।
उनको भी ज़िन्दगी जीने का तरीका आ गया
हमको भी रिश्ते निभाने का सलीका आ गया।
कहनें सुननें में तो दोनों यूँ एक से ही लगते है
पर अलग दोनों में जीने का नज़रिया आ गया।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ
उनको भी ज़िन्दगी जीने का तरीका आ गया
हमको भी रिश्ते निभाने का सलीका आ गया।
कहनें सुननें में तो दोनों यूँ एक से ही लगते है
पर अलग दोनों में जीने का नज़रिया आ गया।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ