Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2022 · 1 min read

न्यायमूर्ति ( अतुकांत_कविता )

#अतुकांत_कविता*
■■■■■■■■■■■■■■
#न्यायमूर्ति*
■■■■■■■■■■■■■■
न्यायमूर्ति की गज भर लंबी जुबान
आजकल जब तब बहक जाती है,
कुछ का कहना है कि यह बुढ़ापे का असर है
जबकि कुछ को इसमें षड्यंत्र की महक आती है।

न्यायमूर्ति बूढ़े तो हो गए हैं
सफेद पके बाल
घनी मूँछें
फिर भी इच्छाएं कहां मरती हैं?

राज महल ,राजमुद्रा ,राजदंड और राज-सिंहासन
सभी को प्रिय लगता है ।
सभी चाहते हैं ,आदेश पारित करना
प्रजा पर शासन करना ।

न्यायमूर्ति के हृदय के भीतर कौन गया है ?
केवल अनुमान ही लगाया जा सकता है
कि न्यायमूर्ति के भीतर कौन-सी आंधी चल रही है ?
बुढ़ापे की सनक है
या कोई कुटिल इच्छा पल रही है ।।
■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

184 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

खूंटी पर टंगी कमीज़ ….
खूंटी पर टंगी कमीज़ ….
sushil sarna
14) “जीवन में योग”
14) “जीवन में योग”
Sapna Arora
"रिश्तों का विस्तार"
Dr. Kishan tandon kranti
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🙏
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
शक्ति राव मणि
मजदूर
मजदूर
Shweta Soni
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मौसम
मौसम
Bodhisatva kastooriya
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
Lokesh Sharma
हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ
हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ
Indu Singh
"रिश्तों में खटास पड रही है ll
पूर्वार्थ
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
डॉ. दीपक बवेजा
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
मां की जीवटता ही प्रेरित करती है, देश की सेवा के लिए। जिनकी
Sanjay ' शून्य'
नैन
नैन
TARAN VERMA
हरियाणा दिवस की बधाई
हरियाणा दिवस की बधाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
बिना आमन्त्रण के
बिना आमन्त्रण के
gurudeenverma198
भूल चूका हूँ सब कुछ बाबा- भजन -अरविंद भारद्वाज
भूल चूका हूँ सब कुछ बाबा- भजन -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत न
खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत न
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
D
D
*प्रणय*
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
Sunil Suman
बेहतर और बेहतर होते जाए
बेहतर और बेहतर होते जाए
Vaishaligoel
कहते हैं लोग
कहते हैं लोग
हिमांशु Kulshrestha
आओ थोड़ा जी लेते हैं
आओ थोड़ा जी लेते हैं
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
ज़िंदगी कुछ भी फैसला दे दे ।
ज़िंदगी कुछ भी फैसला दे दे ।
Dr fauzia Naseem shad
सबसे बड़ा दुख
सबसे बड़ा दुख
डॉ. एकान्त नेगी
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
*राम-विवाह दिवस शुभ आया : कुछ चौपाई*
Ravi Prakash
पहले आसमाॅं में उड़ता था...
पहले आसमाॅं में उड़ता था...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...