नौजवान
आर पार के समर युद्ध में जीतेगा नौजवान ही
हाथ पकड़ कर फिर चल दो आएगा तूफान ही
कुछ करने की ठान के चलते हैं प्यारे नौजवान ही
समर क्षेत्र में आज दिखा दो ज्वाला नौजवान की
आर पार के इस युग में कुछ करने की ठान लो
हाथ धरे फिर कुछ नहीं मिलता आगे बढ़कर चाल दो
********सद्कवि***********
प्रेम दास वसु सुरेखा