नोटबन्दी फैसला सरकार का
नोटबन्दी फैसला सरकार का
हाल क्या है देख लो व्यापार का
जल्दबाज़ी में लिये क्यूँ फैसले
देख लेते दुख जरा लाचार का
नोट जो लाखों कमायें खर्च लो
क्या करोगे यूँ जमा अम्बार का
दौलतें अफ़रात हैं तो दान दो
क्या भरोसा है अमानतदार का
असली काला धन हवाला में जमा
क्यूँ नहीं लौटाते धन हकदार का
हाथ खाली आये खाली जाओगे
भूलना मत ये नियम संसार का
‘अब शफ़ाखाने नहीं ये नोट लें
हाल तो पूछो जरा बीमार का’
आज दिल से खुश ‘अदिति’ यूँ देख लो
बस खजाना ही भरा है प्यार का
लोधी डॉ. आशा ‘अदिति’
भोपाल