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6 Sep 2024 · 1 min read

नैनों की भाषा पढ़ें ,

नैनों की भाषा पढ़ें ,
नैन भले सौ बार ।
बैचैनी मिटती नहीं,
बिना किये अभिसार ।।

सुशील सरना / 6-9-24

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