नैनों की भाषा जो…
नैनों की भाषा जो पढ़कर समझ गये होते
तो वक्त के पहले हम भी संभल गये होते मुहब्बत का जाल जो फैलाया है तुमने,एतिहातन उससे निकल गये होते
नैनों की भाषा जो पढ़कर समझ गये होते
तो वक्त के पहले हम भी संभल गये होते मुहब्बत का जाल जो फैलाया है तुमने,एतिहातन उससे निकल गये होते