नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
वेब सीरीज अब बन गए
खुराफातियों के हथियार
पूंजीवादी ताकतें कर रही
इनके जरिए बड़ा व्यापार
सृजन के नाम पर ये कर
रहे अश्लीलता का विस्तार
हर निदेशक को बस प्रसिद्धि
अधिकाधिक धन की दरकार
मर्यादा और अनुशासन का
उड़ा रहे खुलेआम मखौल
वेबसीरीज निर्माताओं के
लिए कमाई ही बड़ा गोल
सूचना प्रसारण मंत्रालय
का तंत्र साधे हुए है मौन
बड़ा सवाल यह कि नैतिक
मूल्यों को बचाए अब कौन
ओटीटी प्लेटफार्म ने दे दिया
सबको सृजन का अधिकार
संपादक के अभाव में किए जा
रहे सब अनैतिकता का प्रचार
हे ईश्वर मेरे देश के कर्णधारों
को दो समयानुकूल सन्मति
ओटीटी प्लेटफार्म पर अंकुश
को वे शीघ्र बनाएं सही नीति