नेशनल डॉक्टर्स डे
वर्तमान परिवेश में डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है।यह बात कोरोना जैसी महामारी में डॉक्टर्स ने साबित भी कर दिखाया है।आज इन्हीं का दिन है।वास्तव में यही कोरोना बॉरियर्स हैं जो अपनी जान हथेली में डाल कोरोना दो-दो हाथ कर रहे हैं।इसके अलावा भी कई बीमारियों, आपरेशन,सर्जरी में यह डॉक्टर मरीजों की प्राणों की रक्षा पर तत्पर हैं।आज नेशनल डॉक्टर्स डे इन्ही कर्णधारों को समर्पित है।
क्यों मनाते हैं नेशनल डॉक्टर्स डेः-
भारत के प्रसिद्ध डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय के जन्मदिवस और पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में उनको समर्पित नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।यह पश्चिम बंगाल के द्वितीय मुख्यमंत्री थे।
डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का संक्षिप्त जीवन परिचयः-
1 जुलाई को आज के ही दिन महान चिकित्सक डॉ. बिधानचंद्र रॉय को सम्मान व श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है।आज के ही दिन इनकी जयंती व पुण्यतिथि मनाई जाती है।इनका जन्म 1 जुलाई 1882 को पटना में हुआ था। इनकी शिक्षा-दीक्षा कोलकाता में हुई।कोलकाता से मेडिकल की पढ़ाई करने के पश्चात डॉ. रॉय ने लंदन से एम.आर.सी.पी. तथा एफ.आर.सी.एस. की पदवी प्राप्त की।
इसके बाद वे राजनीति में आ गए। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सदस्य बने और बाद में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का पद भी संभाला। डॉ. राय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। 80 वर्ष की आयु में 1962 में अपने जन्मदिन के दिन इन्होंने देहावसान हो गया।
डॉ. रॉय भले ही आज हमारे बीच नहीं है पर चिकित्सा और राजनीति में उनके योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
©®राधा गुप्ता पटवारी