Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2024 · 1 min read

नेता सोये चैन से,

नेता सोये चैन से,
चैन हमारा छीन ।
जनता का सुख चैन है,
वादों के आधीन ।।

सुशील सरना / 24-2-24

119 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
पुरुष नहीं रोए शमशान में भी
पुरुष नहीं रोए शमशान में भी
Rahul Singh
कर लो कभी तो ख्बाबों का मुआयना,
कर लो कभी तो ख्बाबों का मुआयना,
Sunil Maheshwari
यह लड़ाई है
यह लड़ाई है
Sonam Puneet Dubey
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
हिन्दू एकता
हिन्दू एकता
विजय कुमार अग्रवाल
इंसान का कोई दोष नही जो भी दोष है उसकी सोच का है वो अपने मन
इंसान का कोई दोष नही जो भी दोष है उसकी सोच का है वो अपने मन
Rj Anand Prajapati
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कुछ ख्वाहिश रही नहीं दिल में ,,,,
कुछ ख्वाहिश रही नहीं दिल में ,,,,
Ashwini sharma
वामांगी   सिखाती   गीत।
वामांगी सिखाती गीत।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
" समय बना हरकारा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
Dheerja Sharma
बदली बारिश बुंद से
बदली बारिश बुंद से
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"जीवन और मृत्यु"
Dr. Kishan tandon kranti
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
Piyush Goel
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हमारी मंजिल
हमारी मंजिल
Diwakar Mahto
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
अवधपुरी की पावन रज में मेरे राम समाएं
Anamika Tiwari 'annpurna '
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
सोनपुर के पनिया में का अईसन बाऽ हो - का
जय लगन कुमार हैप्पी
कुंडलिया . . .
कुंडलिया . . .
sushil sarna
Justice Delayed!
Justice Delayed!
Divakriti
अपना चेहरा
अपना चेहरा
Dr fauzia Naseem shad
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
मु
मु
*प्रणय*
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
*धूम मची है दुनिया-भर में, जन्मभूमि श्री राम की (गीत)*
Ravi Prakash
जिस तन पे कभी तू मरता है...
जिस तन पे कभी तू मरता है...
Ajit Kumar "Karn"
4400.*पूर्णिका*
4400.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ओझल तारे हो रहे, अभी हो रही भोर।
ओझल तारे हो रहे, अभी हो रही भोर।
surenderpal vaidya
विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।
विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।।
Lokesh Sharma
Loading...